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Showing posts from March 26, 2017

इस मंदिर का पहरेदार हैं चमत्कारी मगरमच्छ!

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पौराणिक कहानियों में आपने जरूर सुना होगा की किसी विशेष स्थल या फिर खज़ाने की रक्षा के लिए द्वार पर रक्षक विराजमान होते थे। कई बार यह रक्षक खूंखार जानवर भी होते थे। लेकिन यह केवल उन्हें हानि पहुंचाते थे। स्थल को नष्ट करने या नुकसान पहुंचाने के मकसद से आता था। लेकिन आज इन्ही कहानियों की तरह हम आपको एक और कहानी बतायेंगे । यह आज के युग की कहानी हैं।जो मात्र एक किताबी कहानी ना होकर, एक मंदिर की सच्चाई बन चुकी है। एक ऐसा मंदिर हैं जहां कितने ही वर्षों से एक मगरमच्छ है । यह मगरमच्छ उस मंदिर की रक्षा करता है। वो भी शाकाहारी मगरमच्छ? मगरमच्छ जिसकी प्रकृति ही मांसाहारी होती है। पूर्णतः सत्य है कि केरल के एक मंदिर में शाकाहारी मगरमच्छ रहता है।और वो मंदिर का प्रसाद भी खाता हैं।  

आज भी यहाँ मिलते हैं कदम कदम पर हीरे, जिसे मिला वही मालिक!

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कहते है की हीरे की परख जौहरी ही जानता है अगर राह चलते आपको हीरा मिल जाए तो आप खुद को दुनिया का सबसे खुशनसीब इंसान ही समझेंगे। लेकिन एक जगह ऐसी भी है जहां जो हीरा ढूंढता है हीरा भी उसी का होता है। जानिए कहां मुफ्त में हीरा ढूंढने की मिलती है आजादी। अमेरिका के अरकांसास स्टेट में लोगों को हीरे इक्कठे करने का सुनहरा मौका मिलता है। उस हीरे की खादान में कोई भी आम इंसान जा सकता है। अरकांसास नेशनल पार्क में मौजूद ये खदान एक खेत की तरह दिखाई देती है।37.5 एकड़ में फैली इस खदान की ऊपरी सतह पर ही लोगों को करोड़ो कीमत को डायमंड मिल जाते हैं। कहते हैं यहां सबसे पहले 1906 से डायमंड मिलने शुरू हुए। 1906 में जॉन हडलेस्टोन नामक आदमी को इसी जगह दो चमकते हुए क्रिस्टल मिले। दोनों क्रिस्टल की जांच करवाई गई तो पता चला कि ये कीमती डायमंड हैं। जिसके बाद इस जगह का नाम द क्रेटर ऑफ डायमंड रखा गया। इसके बाद जॉन ने अपनी 243 एकड़ जमीन डायमंड कंपनी को ऊंची कीमत पर बेच दिया। लेकिन 1972 में यह जमीन नेशनल पार्क में आ गई। 1906 से ही इस जमीन को डायमंड उत्पादन क्षेत्र बनाने की कोशिशें की जाती रहीं, लेकिन इसे आम ल

बॉलीवुड की ये 5 हसीनाएं खूबसूरती को बढ़ाने के लिए ले चुकी हैं ब्रैस्ट सर्जरी का सहारा

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हर लड़की चाहती है कि वह खूबसूरत दिखें, जिसके लिए वह कई तरह के तरीके भी अपनाती है। बॉलीवुड में भी कई खूबसूरती हीरोइन हैं। कई हीरोइन ने अपनी खूबसूरती को बढ़ाने के लिए सर्जरी का सहारा भी लिया। आज हम आपको एेसी ही हीरोइन के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने ब्रैस्ट इम्प्लांट करवाई है..... बिपाशा बसु अपनी खूबसूरती को निखारने के लिए बिपाशा ने ब्रैस्ट सर्जरी करवाई। इसके अलावा अपने फिगर को परफैक्ट शेप देने के लिए बिप्स ने Botox और Nose job का भी सहारा लिया। मल्लिका शेरावत मल्लिका की पहले और अब के लुक में काफी अंतर आ चुका है। उनकी तस्वीरों से पता लगता है कि उन्होंने भी ब्रैस्ट इम्प्लांट का सहारा लिया है। आयशा टाकिया बॉलीवुड की हीरोइन आयशा टाकिया ने भी ब्रैस्ट इम्प्लांट का सहारा लिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने फोटो शेयर की जिससे पता चलता है कि आयशा ने लिप और ब्रैस्ट सर्जरी करवाई है। कंगना रणावत कंगना ने भी अपनी खूबसूरती बढ़ाने के लिए बैस्ट इम्प्लांट करवाया। फिल्म रास्कल्स में उनकी बॉडी को देखकर साफ पता चला रहा था कि उन्होंने सर्जरी करवा

कंडोम के रंग में रेड, पिंक, बैंगनी और काले रंगों का इस्तेमाल क्यों किया जाता है?

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आपने कभी नहीं सोचा होगा कि कंडोम के विज्ञापनों में बैंगनी, पिंक, रेड और काले रंगों का इस्तेमाल क्यों किया जाता है। इसके पीछे मजेदार किस्सा है कि रंगो का असर हमारे स्वभाव, व्यवहार और हमारी राशियों पर पड़ता है, वैसे ही रंगों का प्रभाव हमारी सेक्स लाइफ पर भी पड़ता है।  ब्रिटिश रिसर्च में इस बात की पुष्ठिी हो चुकी है। इसमें कहा गया है कि रंगो से इंसान के निजी रिश्ते रोशन होते हैं। सर्वे के अनुसार मुताबिक कपल के बेडरूम के लिए पर्पल कलर जोरदार होता है। यह कलर पति-पत्नी को उत्तेजित होने के लिए प्रेरित करता है। जिन लोगों के बैडरुम में पर्पल कलर होता है, वो सेक्स लाइफ में काफी खुष और संतुष्ट होते हैं। सर्वे में यह भी बताया गया है कि आपके बेडरूम में सूती चादरों के बजाय सिल्क की चादर हो, तो सेक्स लाईफ को और भी रसदार बना सकता है। आप भी सेक्स की पूर्ति के लिए पर्पल दीवारें, सिल्क की चादर और पर्पल रजाई बनवा लीजिए। यह कांबिनेषन भी अच्छा होगा और सेक्स लाइफ भी खुषनुमा हो जाएगी। वैसे भी पर्पल बेस्ट कलर होता है, लेकिन इसके अलावा रेड, स्काई ब्लू, पिंक, ब्लैक, नेवी ब्लू, ग्रीन और ग्रे कलर भी बेडर

बॉलीवुड की ये 5 हसीनाएं जो बिना कपड़ो के सोना पसन्द करती हैं

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बॉलीवुड के सितारों की आदतें भी कुछ अजीब ही होती हैं। आपको यह जानकर हैरानी होगी की कई अभिनेत्रियां रात को बिना कपड़े ही सोती हैं। इन सितारों ने पब्लिक में यह बात मानी है कि वह रात को बिना कपड़ों के ही सोना पसंद करती हैं.... 1. जैकलीन फर्नांडीज वीजे अनुष्का को दिए एक इंटरव्यू में जैकलीन फर्नांडीज ने कबूल किया था कि उन्हें बिस्तर पर बेहद कम कपड़े पहनकर सोना पसंद हैं। 2. पूनम पांडे   सोशल साइट्स  पूनम पांडे की वैसी वीडियोज और तस्वीरों से भरा पड़ा है, जिनमें बेहद कम कपड़े पहन रखे हैं। पूनम ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि आप जब भी सोएं तो बिना कपड़ों के। क्योंकि, क्या पता आपके सपनों का राजकुमार कब आ जाए। 3. एमी जैक्शन   एमी जैक्शन का नाम इस चर्चा से कैसे अलग रखा जा सकता है। कुछ दिन पहले ही एमी ने एक फोटो इंस्टाग्राम पर डाली थी जिसमें वो बिना कपड़ों के सोती दिखी थी। साथ ही उस फोटो के साथ BLISS भी लिखा हुआ है। आप इससे समझ सकते हैं कि उनकी यह अंतरंग इच्छा है कि वे इसी तरह सोएं। 4. राखी सावंत   एक इंटरव्यू के दौरान राखी सावंत ने कहा कि वे रात में

दुनिया का एक ही पत्थर से निर्मित सबसे बड़ा शिवलिंग मन्दिर

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भोजपुर मध्य प्रदेश के विदिशा से 45  मील की दूरी पर रायसेन जिले में वेत्रवती नदी के किनारे बसा है। प्राचीन काल का यह नगर “उत्तर भारत का सोमनाथ’ कहा जाता हैं। गाँव से लगी हुई पहाड़ी पर एक विशाल शिव मंदिर है। इस नगर तथा उसके शिवलिंग की स्थापना धार के प्रसिद्ध परमार राजा भोज (1010 ई.- 1053 ई.) ने किया था। इसे भोजपुर मंदिर या भोजेश्वर मंदिर भी कहा जाता हैं। गाँव से लगी हुई पहाड़ी पर एक विशाल शिव मंदिर हैं। इस नगर तथा उसके शिवलिंग की स्थापना धार के प्रसिद्ध परमार राजा भोज (1010  ई.- 1053 ई.) ने किया था। मन्दिर  पूर्ण रुपेण तैयार नहीं बन पाया। इसका चबूतरा बहुत ऊँचा हैं।जिसके गर्भगृह में एक बड़ा- सा पत्थर के टूकड़े का पॉलिश किया गया लिंग हैं। जिसकी ऊँचाई 3.79 मीटर हैं। इसे भारत के मंदिरों में पाये जाने वाले सबसे बड़े लिंगों में से एक माना जाता हैं । इसका विशाल शिवलिंग जो कि विशव का एक ही पत्थर से निर्मित सबसे बड़ा शिवलिंग हैं।सम्पूर्ण शिवलिंग कि लम्बाई 5.5 मीटर (18 फीट ), व्यास 2.3 मीटर (7.5 फीट ), तथा केवल लिंग कि लम्बाई 3.85 मीटर (12 फीट ) हैं।           

Pics: किसी बॉलीवुड हीरोइन से कम नहीं हैं यह भोजपुरी हसीना

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कई हिट भोजपुरी फिल्में दे चुकीं गुंजन पंत का बचपन भोपाल में बीता है। भोपाल से ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने भोजपुरी फिल्मों में काम शुरू किया और इसमें अपनी पहचान बना ली। यह हॉट एक्ट्रेस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जबरदस्त फैन है। कुछ महीने पूर्व एक कायक्रम ने गुंजन ने कहा था कि नरेंद्र मोदी देश के सबसे बेहतर नेता हैं। भोजपुरी फिल्मों की खूबसूरत अदाकारा गुंजन पंत को पिछले दिनों साकिब टाइम्स मीडिया अवॉर्ड के दौरान अवार्ड देकर सम्मानित किया गया। यह अवॉर्ड पाकर गुंजन काफी खुश हैं। फ़िगर  मामले में किसी बॉलीवुड एक्ट्रेस से कम नहीं हैं गुंजन पंत। हम आपको दिखाते हैं भोजपुरी एक्ट्रेस गुंजन पंत की हॉट तस्वीरें..... 

लोहे से बना करोडो साल पुराना हथोड़ा आज भी नहीं सुलझा पाए इसका रहस्य

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सन् 1934 में जब ये हथौड़ा पुरातत्व विभाग को मिला तो ये एक चौंका देने वाली घटना थी। जिसका कारण इस हथौड़े के लोहे की शुद्धता थी। साथ ही इस हथौड़े में लगी लकड़ी कोयला बन चुकी थी। इस से साफ पता चलता था । की ये हथौड़ा करोड़ों साल पुराना था। जबकि इंसानों ने ऐसे औज़ार बनाने सिर्फ 10 हजार साल पहले शुरू किए थे। रेगिस्तान में पत्थरों से बना खगोलीय ढांचा :-   सन् 1973 में पुरातत्व विभाग ने सहारा के रेगिस्तान में पत्थरों का एक ढांचा खोज निकाला था। जो करीब 6000 साल पुराना था। पता चला की इस ढांचे का इस्तेमाल उस वक़्त खगौलिय शास्त्र के लिए किया जाता था। लेकिन 6000 साल पहले इसका इस्तेमाल किस प्रकार होता था। इस के बारे मे कोई एक मत नहीं हो पाए। ये आज भी रहस्य बना हुआ है। और हम सभी के लिए आश्चर्याजनक हैं।

चार साल की मासूम बिना किसी कसूर के पांच बार सलाखों के पीछे

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करे कोई और भरे कोई ये बात भी कई बार सच हो जाती है क्राइम कोई उम्र नही देखता है। आजकल छोटे छोटे बच्चे क्राइम के कीचड़ में अपना पांव डाल रहे है। उत्तर प्रदेश के आगरा में एक चार साल की बच्ची पांच बार जेल जा चुकी है। इस मामले में दिलचस्प बात यह है कि यह मासूम बिना किसी कसूर के पांच बार सलाखों के पीछे जा चुकी है। इस बच्ची की मां चोरों के गैंग की सदस्य है। वारदात के बाद वह जब भी यह महिला जेल जाती है तो पुलिस को मजबूरी में उसकी इस चार साल की बेटी को भी सलाखों के पीछे भेजना पड़ता है। महिला ने बताया कि उसका पति शराबी है और वह आए दिन उसे और उसकी बेटी के साथ मारपीट करता है।इस वजह से जब भी वह जेल जाती है तो अपनी बेटी को साथ ले जाती है। 

लड़कियों की कमी पर एक राजस्थानी ने लिखा प्रधानाचार्य महोदय को पत्र....

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सेवा में                                                                                  प्रधानाचार्य महोदय,                                                                               सरस्वती विद्या मंदिर                                                                                        मारवाड़ बिषय :- छोरिया के खातिर । डिअर सर                                      बात या हे के स्कूल में म्हारो मन कोणी लागे,और रात मा नींद भी कोणी आवे,                                      क्यों कि स्कूल में छोरिया कम हो री हे,ओर म्हारी किलास मा 1बी कोणी हे,                                      और जे किलास मा हे वो सारी पगली हे,कि देखवा रो मन कोणी करे….                                      मेडम बी कोई टॉप पटाको कोणी हे,कुछ नी तो कम सु कम 4-5 बडिया मेडम ही                                                राख  ल्यो । थारी बोथ किरपा होवेगी।     घणी खम्मा…                                                                                                       थारो कामचोर स्टूडेंट    

आजकल का टाबरा ने, हँसी के रसगुले....

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राजस्थान में गणेशोत्सव संपन्न हुआ और श्री गणेश जी कैलाश पर्वत पर पहुँचे। माता पार्वती ने पूछा:- कैसा रहा उत्सव का माहौल? गणेश जी:- बरस बरस मारा इन्द्र राजा.तू बरश्या मारो काज सरे । माता पार्वती:- अरे, ये क्या बोलते हो ? गणेश जी:- अरे अमलिडो अमलिडो अमलिडो भोलो सन्ता ने लागे वालो अरे नाग तिरस् वा वालो ओ बाबो भोलो अमलीडो । रिद्धी:- अरे, ये क्या है। गणेश जी:- ले नाच.. ले नाच.. ले नाच मारी बींदणी भंडारा में डीजे बाजे नाच ….. सिद्धि:- अरे किया हुआ स्वामी। गणेश जी:- ओ ढकण खोल दे .. ऐ ढकण खोल दे कलाली थारी बोतल को दारू रे पियाला मैं तो थारे घर को।।। शंकर जी:- आजकल टाबरा ने राजस्थान भेजण रो ज़मानो ही कोनी रियो।

कहाँ कहाँ खोजूँ मैं उसको, किसके दरवाज़े पर जाऊँ जो मेरे चावल खा जाए......।

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कहाँ कहाँ खोजूँ मैं उसको, किसके दरवाज़े पर जाऊँ जो मेरे चावल खा जाए ,ऐसा मित्र कहाँ से लाऊँ। जीवन की इस कठिन डगर में,दोस्त हज़ारों मिल जाते हैं।  जो मतलब पूरा होने पर,अपनी राह बदल जाते हैं।  हरदम साथ निभाने वाला,साथी ढूँढ कहाँ से लाऊँ।  जो मेरे चावल खा जाए,ऐसा मित्र कहाँ से लाऊँ। हार सुनिश्चित मालूम थी पर,साथ न छोड़ा दुर्योधन का।  मौत सामने आई फिर भी,पैर न पीछे हटा कर्ण का।  मित्रों पर जो जान लुटाएँ,कहाँ खोजने उनको जाऊँ।   जो मेरे चावल खा जाए,ऐसा मित्र कहाँ से लाऊँ।  दर्द बयाँ करने पर आए,वे तो साथी कहलाते हैं।  मन की बात समझ जाए जो,वे ही मित्र कहे जाते हैं।  जिनसे मन के तार जुड़ें वो,किस कोने से ढूँढ के ला ऊँ।  जो मेरे चावल खा जाए,ऐसा मित्र कहाँ से लाऊँ। कविता सुनकर बीवी बोली,क्यों नाहक चिन्ता करते हो।  जो घर में ही हाज़िर है, तुम उसको बाहर क्यों तकते हो।  मैं ही तो हूँ कर्ण तुम्हारी,और कृष्ण भी मैं ही तो हूँ।  अंधकार में साथ न छोड़े,वो परछाईं मैं ही तो हूँ।  मुठ्ठी में जो चावल हैं,मुझको दे दो, मैं खा जाऊँगी।  अगले सात जनम की ख़ातिर

एक बकरे का अनोखा रहस्य कभी नहीं सुना होगा आपने जो देता है दूध !

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आपने दूध देने  वाले बकरे के बारे में कभी नहीं सुना होगा ? बकरा दूध कैसे दे सकता हैं। लेकिन इस संसार में कुछ भी चमत्कार हो सकता हैं। एक चमत्कार गुजरात के अमरेली जिले के एक गाँव बाबर में हुआ हैं। यहाँ के मंदिर के महंत सीतारामबापू के पास एक हट्टा – कट्टा बकरा हैं। यह बकरा दूध देने के कारण मीडिया में छाया हुआ हैं। महंत सीताराम बापू के अनुसार एक साल पहले तक यह बकरा, अन्य बकरो की तरह ही था।  पर फिर इसके अचानक थन निकलने लगे, और जब कुछ महीनों में थान पूर्ण रूप से विकसित हो गए तो इनमे से दूध भी आने लगा यह बकरा अब दिन में लगभग 1 लीटर दूध दे देता हैं। इसमें भी आश्चर्य की बात यह हैं।  कि बकरे के थन को किसी भी समय दुहा जाए, उसमें से दूध आने लगता हैं। जो  स्वाद में बिलकुल बकरी के दूध की तरह हैं। जब से यह बात मीडिया में आई है गाँव में बकरे को देखने वालो का तांता लगा हुआ हैं। लोग दूर दराज़ के गाँवो से भी बकरे को देखने पहुँच रहे हैं। वैसे तो चिकित्सा विज्ञान ने आजकल बहुत प्रगति कर ली है जिसकी मदद से  इंसान अपना लिंग बदल सकता है पर यहाँ तो ये सब अपने आप ही हुआ हैं। 

टीचर हुए बेहोश बच्चे हुए मस्त ।

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टीचर  :– टेबल पर चाय किसने गिराई ? इसे अपनी मातृभाषा मे बोलो । छात्र :– मातृभाषा मतलब मम्मी की भाषा में। टीचर  :– हां । छात्र :– अरे छाती कूटा म्हारा जीव लियां बिना थने चैन नी पड़े। ओ की थारो बाप ढोली चाय।                        " टीचर  बेहोश…"

यहाँ खाये जाते हैं अनोखे कीड़े, वजह हैं हैरान करने वाली!

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दुनिया में कुछ खाने योग्य कीड़ो के बारे में बताया गया हैं । जो अभी तो संसार के कुछ ही हिस्सो में खाये जाते हैं। पर भविष्य में इनका उपयोग बड़े पैमाने पे हो सकता हैं । A.F.O. (एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन ऑफ द यूनाइटेड नेशन) कि एक रिपोर्ट पर आधारित हैं। मोपेन कैटरपिलर्स :- तंगे (Moth) का यह अविकसित रूप अफ्रीका के दक्षिणी हिस्सों में काफी पाया जाता हैं। इस इलाके में मोपेन इल्ली का पालन लाखों डॉलर्स की इंडस्ट्री के तौर पर विकसित हो चुका हैं। यहां महिलाएं और बच्चे इस कीड़े की अविकसित इल्ली को इकट्ठा करने का काम करते हैं।  आमतौर पर इल्ली को नमक के पानी में उबाला जाता हैं।और फिर धूप में सुखाया जाता हैं। ऐसा करने से इन्हें बिना रेफ्रिजेशन के लंबे समय तक सुरक्षित रखे जा सकता हैं। यहां की ज्यादातर आबादी इन्हे भोजन के तौर पर इस्तेमाल में लाती हैं।गाय के 100 ग्राम मांस में 6 मिलीग्राम आयरन होता हैं। मोपेन कैटरपिलर के 100 ग्राम में 31 मिलीग्राम आयरन पाया जाता हैं। ये पोटेशियम, सोडियम, कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम, जिंक, मैगनीज और कॉपर का भी अच्छा स्रोत हैं । 

पति का पूरा शरीर दुःख रहा है....

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                      प त्नी ने सुबह सुबह कहा :- कि आधा सर दुख रहा है..... पति ने गलती से बोल दिया कि:- जितना है, उतना ही तो दुखेगा... तब से पति का पूरा शरीर दुःख रहा है.... ********                    लड़के वाले लड़की देखने लड़की के घर गए। लड्के वालो ने पूछा:- लड़की का क्या नाम है। लड्कि वालो ने जवाब दिया: हमारी प्यारी, सबकी प्यारी, रामप्यारी। लड़के का नाम पूछा गया तो लड़के वालो ने उस तर्ज में जवाब दिया: हमारा गू, सबका गू, जग्गू

दुनिया का सबसे खतरनाक ब्रिज हैं, क्या आप चला चकते है यंहा गाड़ी?

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दुनियाभर में कई ऐसे खतरनाक ब्रिज मौजूद हैं, जिनसे गुजरने का मतलब मौत को दावत देने जैसा हैं।कुछ लोग एडवेंचर की खातिर तो कुछ लोग मजबूरी में सफर के दौरान ऐसे ब्रिज का उपयोग करते हैं। ऐसा ही एक खतरनाक ब्रिज रूस के ट्रांस-बैकाल क्षेत्र में भी है, जिसका नाम कुआनडिंस्की ब्रिज है। आपको जानकर हैरत होगी कि रूस के विटिम नदी पर बने इस ब्रिज के किनारे कोई रेलिंग मौजूद नहीं हैं। साथ ही, 570 मीटर लंबे इस ब्रिज की चौड़ाई कई जगहों पर महज 2 मीटर यानी 6.5 फीट ही हैं।  इस कारण से इससे गुजरने के दौरान लोगों की सांसें हलक में अटकी रहती हैं।  बावजूद इसके लोग मजबूरी में इस ब्रिज से गुजरते हैं। हालांकि, एक मामूली-सी गलती से इस पुल को पार करने में किसी की जान भी जा सकती हैं। बता दें कि विटिम नदी ठंड के दौरान पूरी तरह से बर्फीली नदी में बदल जाती  हैं। ऐसे में इस ब्रिज से सफर करना और रिस्की हो जाता है, लेकिन लोग कार, जीप और ट्रकों के साथ भी इसे पार करते हैं। ये ब्रिज लोहे और पुरानी लकड़ियों से बना हैं।  जो बैकाल-अमूर मेनलाइन से जुड़ता हैं।सरकार इस रास्ते को आधिकारिक पथ नहीं मानती, इस कारण से