इस मंदिर का पहरेदार हैं चमत्कारी मगरमच्छ!

पौराणिक कहानियों में आपने जरूर सुना होगा की किसी विशेष स्थल या फिर खज़ाने की रक्षा के लिए द्वार पर रक्षक विराजमान होते थे। कई बार यह रक्षक खूंखार जानवर भी होते थे। लेकिन यह केवल उन्हें हानि पहुंचाते थे। स्थल को नष्ट करने या नुकसान पहुंचाने के मकसद से आता था। लेकिन आज इन्ही कहानियों की तरह हम आपको एक और कहानी बतायेंगे । यह आज के युग की कहानी हैं।जो मात्र एक किताबी कहानी ना होकर, एक मंदिर की सच्चाई बन चुकी है। एक ऐसा मंदिर हैं जहां कितने ही वर्षों से एक मगरमच्छ है । यह मगरमच्छ उस मंदिर की रक्षा करता है। वो भी शाकाहारी मगरमच्छ? मगरमच्छ जिसकी प्रकृति ही मांसाहारी होती है। पूर्णतः सत्य है कि केरल के एक मंदिर में शाकाहारी मगरमच्छ रहता है।और वो मंदिर का प्रसाद भी खाता हैं।