एक बार तो मैं भी चला गया बॉर्डर पे लड़ने

पत्नी दिवाली के लिए घर की सफाई कर रही थी पति जैसे ही सोके उठा . पत्नी – कुम्भकर्ण की तरह सोते रहते हो यहाँ आओ जल्दी से मुर्गा बनो . पति – ये क्या बदतमीजी है कोई अपने पति से ऐसे बात करता है क्या . पत्नी – सॉरी जानू बदतमीजी नहीं कर रही मुझे छत के जाले हटाने हैं . मेरा हाथ ऊपर नहीं पहुँच रहा !! ***************** एकबार तो मैं भी चला गया बॉर्डर पे लड़ने फिर ये सोचकर वापस आ गया कि घरवाली ही नहीं डरती तो दुश्मन क्या ख़ाक डरेंगे पत्नी पीड़ित पति !!